न ही सो जाने में कोई खूबसूरती .
नींद नहीं आना एक कविता है, जो
दीवारों पर लिखी जाती है,
और छत जिसे रात भर पढ़ती है.
न सोता हुआ व्यक्ति एक अदना सा कवि होता है,
जिसकी कविता में खुंसे होते हैं,
करोड़ों सवालों के माकूल जवाब.
:1998
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